Ghat Rakho Atal Surati ne | घट राखो अटल सुरती ने !!

घट राखो अटल सुरती नेदरसन कर निज भगवान का ॥टेर॥

सतगुरु धोरे गया संतसंग मेंगुरांजी भे दिया हरि रंग में 
शबद बाण मर्या मेरे तन मेंसैल लग्या ज्यूँ स्यार का 
मेरा मन चेत्या भक्ति में 1

जबसे शबद सुण्या सतगरु काखुल गया खिड़क मेरे काया मंदिर का 
मात पिता दरस्या नहीं घरकादूत लेजा जमराज का 
तेरा कोई  संगी जगती में 2

नैन नासिका ध्यान संजोलेरमता राम निजर भरजोले 
बिन बतलाया तेरे घट में बोलेबेरो ले भीतर बाहर का 
अब क्यूँ भटके भूली में 3

अमृतनाथजी रम गया सुन्न मेंमुझको दीदार दिखा दिया छत में 
मद्यो मगन हो जा भजन मेंरुप देख निराकार का 
अब क्या सांसा मुक्ति में 4

No comments:

Powered by Blogger.