Bhajan Mat Bhulo Ek Ghadi | भजन मत भूलो एक घड़ी !!

भजन मत भूलो एक घड़ीशबद मत भूलो एक घड़ी 
काया पूतलो पल में जासीसिर पर मौत खड़ी ॥टेर॥

इण काया में लाल अमोलकआगे करम कड़ी 
भँवर जाल में सब जीव सून्याबिरला ने जाण पड़ी 1

इण काया में दस दरवाजाऊपर खिड़क जड़ी 
गुरु गम कूँची से खोलो किवाड़ीअधर धार जड़ी 2

सत की राड़ लड़ै सतसूराचढ्या बंक घाटी 
गगन मण्डल में भर्या भंडारातन का पाप कटी 3

अखै नाम नै तोलण लाग्यातोल्या घड़ी घड़ी 
अमृतनाथजी अमर घर पुग्यासत की राड़ लड़ी 4

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