Mai Tere Rang Rachi Re Sanwara | मैं तेरै रंग ओ साँवरा, मैं तेरै रंग राची
मैं तेरै रंग ओ साँवरा, मैं तेरै रंग राची॥टेर॥
सवा रंग चोला पहन सखी मैं, झुरमुट खेलण जाती।
झुरमुट खेलती नै मिल गयो सांवरो, मैं घाल मिली गत बाथी॥1॥
ओर सखी मद पी पी माती, मैं मद पिया बिन माती।
मैं मद पियो एक प्रेम भटी को, मस्त रही दिन राती॥2॥
और रा पिव परदेश बसत है, लिख लिख भेजै पाती।
मेरा पिया मेरे घट मे बसत है, बात करुं दिन राती॥3॥
सुरत निरत को दिवलो संजोयो, मनसा री कर लईबाती।
प्रेम घाणी को तेल संजायो, जग्यो दिन राती॥4॥
जाउंना पिवर्यि रहुँ ना सारियै, सतगुरु शब्द सुनाती।
मीरा के प्रभु गिरधर नागर, हरिचरण मँ चित लाती॥5॥
सवा रंग चोला पहन सखी मैं, झुरमुट खेलण जाती।
झुरमुट खेलती नै मिल गयो सांवरो, मैं घाल मिली गत बाथी॥1॥
ओर सखी मद पी पी माती, मैं मद पिया बिन माती।
मैं मद पियो एक प्रेम भटी को, मस्त रही दिन राती॥2॥
और रा पिव परदेश बसत है, लिख लिख भेजै पाती।
मेरा पिया मेरे घट मे बसत है, बात करुं दिन राती॥3॥
सुरत निरत को दिवलो संजोयो, मनसा री कर लईबाती।
प्रेम घाणी को तेल संजायो, जग्यो दिन राती॥4॥
जाउंना पिवर्यि रहुँ ना सारियै, सतगुरु शब्द सुनाती।
मीरा के प्रभु गिरधर नागर, हरिचरण मँ चित लाती॥5॥
Ye ours bhajan nhi h
ReplyDeleteBhai bhajan ke lyrics ko sahi likho phir repost kro
ReplyDeletejai shree nath ji ki🙏🙏🙏
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