Mandir Janti Meera ne Sanwari Mil gayo | मन्दिर जाती मीरां नै साँवरियो मिल गयो रै
मन्दिर जाती मीरां नै साँवरियो मिल गयो रै।
गिरधर जादू कर गयो रै॥टेर॥
राणो मीरां नै सनझावै, के होयो थारै क्यूँना बतावै।
फीका पड़ गया नैण-फरक बोली मँ पड गयो रै॥1॥
आज मिल्या न्हानै गिरधारी, मन की बातां पूछी सारी।
नैणा कर गयो च्यार-क दिल कै तालो जड़ गयो रै॥2॥
राणो मीरां नै समझावै, बडा घराँ की लाज गमावै।
कुल कै लागै दाग, पति जीवतड़ों ही मर गयो रै॥3॥
श्याम सुन्दर है पति हमारा, सारे जग का बै रखवारा।
कहता राधेश्याम मीरां नै मोहन मिल गयो रै॥4॥
गिरधर जादू कर गयो रै॥टेर॥
राणो मीरां नै सनझावै, के होयो थारै क्यूँना बतावै।
फीका पड़ गया नैण-फरक बोली मँ पड गयो रै॥1॥
आज मिल्या न्हानै गिरधारी, मन की बातां पूछी सारी।
नैणा कर गयो च्यार-क दिल कै तालो जड़ गयो रै॥2॥
राणो मीरां नै समझावै, बडा घराँ की लाज गमावै।
कुल कै लागै दाग, पति जीवतड़ों ही मर गयो रै॥3॥
श्याम सुन्दर है पति हमारा, सारे जग का बै रखवारा।
कहता राधेश्याम मीरां नै मोहन मिल गयो रै॥4॥
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